अगर आप अयोध्या दर्शन करने जा रहे है तो आपको राम की पैड़ी अवश्य देखना चाहिए और यहां स्नान भी करना चाहिए। माना जाता है की राम की पैड़ी पर नियमित स्नान करने से सारे पापो से मुक्ति मिलती है। चलिए राम की पैड़ी के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी लेते है।
राम की पैड़ी कहां स्थित है
राम की पैड़ी अयोध्या में सरयू नदी के किनारे बने घाटों की एक श्रंखला है। यह राम मंदिर, दशरथ महल आदि स्थानों से मात्र 2 किमी की दूरी पर स्थित है। सरयू नदी के तट पर बने अनेक घाटों से राम की पैड़ी का महत्व बहुत अधिक है।
राम की पैड़ी का महत्व
राम की पैड़ी के बारे में कहा जाता है की जो व्यक्ति यहां नियमित रूप से स्नान करता है उसके सारे पाप धुल जाते है। कहा जाता है की को भी व्यति यहां सूर्योदय से पहले स्नान करना सभी तीर्थ करने के समान पुण्यदायक है। स्वयं प्रभु श्री राम प्रतिदिन यही से उतरकर सरयू नदी में स्नान करने जाते थे।
पूर्णिमा के दिन यहां स्नान करने का भी महत्व है। दूर दूर से भक्त पूर्णिमा के दिन यहां स्नान करने आते है। पूर्णिमा की रात्रि को राम की पैड़ी पर दिए जलाने से सारे दुख दूर होते है।
राम की पैड़ी का इतिहास
राम की पैड़ी रामायण काल की साक्षी रही है। एक बार जब लक्ष्मण जी का सभी तीर्थ करने का मन हुआ तो उनको प्रभु श्री राम ने बताया की इस जगह सूर्योदय से पहले स्नान करने से सारे तीर्थ करने जितना पुण्य प्राप्त होता है। जिस जगह पर प्रभु श्री राम ने लक्ष्मण जी को स्नान करने के लिए कहा था आज उसे राम की पैड़ी के नाम से जाना जाता है।
राम की पैड़ी से जुड़े तथ्य
- 2019 में दीपावली के अवसर पर राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय के 5000 छात्रों ने यहां 4,10,000 दिए जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
- यहां भरत व शत्रुघ्न घाट पर एक विशाल प्रोजेक्टर लगाया गया है जिस पर रामायण से जुड़ी वीडियो एवम रामलीला आदि चलाई जाती है।
- यहां भव्य फवारा लगाया गया है जो रात के वक्त बहुत आकर्षक एवम मनमोहक दृश्य पैदा करता है।
- राम की पैड़ी की दीवारों पर म्यूरल आर्ट के जरिए रामायण काल के पात्र एवम घटनाओं के चित्र उकेरे गए है।
- घाट पर एक ओपन थिएटर है जहां विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम समय समय पर आयोजित किए जाते है
- यहां के घाट बाढ़ में बह गए थे जिनका जीर्णोद्वार 1984-85 में फिर से किया गया था।
- योगी सरकार ने यहां पंप हाउस लगवाया है जो जल स्तर को बनाकर रखता है।
अगर आपको अयोध्या जाने का मौका मिले तो राम की पैड़ी अवश्य देख कर आना।